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Kal Bhairav मंदिर -Banaras का प्राचीन मंदिर

Kal Bhairav वाराणसी भगवान शिव की नगरी, हर हिन्दू के लिए पवित्र स्थल है। इस पवित्र नगरी में एक अद्वितीय मंदिर है, जो है Kal Bhairav मंदिर। यह मंदिर वाराणसी के विशेषर गंज क्षेत्र में स्थित है और यह भगवान शिव के डरावने रूप, काल भैरव को समर्पित है।

Kal Bhairav का अर्थ

Banaras का Kal Bhairav मंदिर एक भीषण रूप में है, जो भगवान शिव का एक अद्वितीय स्वरूप है। वह भयंकर रूप में दिखाई देते हैं, जिन्हें काल भैरव कहा जाता है। इसके साथ ही, उनके यहां अद्वितीय पूजा प्रथाएँ हैं, जिसमें श्रद्धालु भगवान को शराब चढ़ाते हैं। इसका मतलब है कि इस मंदिर की यात्रा करने और पूजा करने से बाधाएँ दूर हो सकती हैं और आशीर्वाद मिल सकता है।रविवार को बाबा काल भैरव का दिन होता है और इस दिन यहाँ बहुत भीड़ होती है|

अनोखी पूजा प्रथाएँ

Banaras का Kal Bhairav मंदिर में एक अनोखी पूजा प्रथा है, जिसमें श्रद्धालु भगवान के लिए शराब चढ़ाते हैं। यह पूजा खास रूप से मंगलवार को होती है और श्रद्धालु विशेष रूप से शराब की बोतलें मंदिर में लाते हैं। इस रूप में भगवान की पूजा करने से कई लोग मानते हैं कि उन्हें आपत्तियों से मुक्ति मिलती है और आशीर्वाद प्राप्त होता है।रविवार को बाबा काल भैरव का दिन होता है और इस दिन यहाँ बहुत भीड़ होती है

समापन

Kal Bhairav मंदिर Banaras का एक अनोखा और प्रमुख मंदिर है, जो भगवान शिव के भीषण रूप काल भैरव को समर्पित है। इस मंदिर की यात्रा करना और पूजा करना आपके जीवन में सुख और शांति लाने में मदद कर सकता है।

कब जाएं

काल भैरव मंदिर Banaras आप साल में किसी भी महीने जा सकते है हालाँकि गर्मियों में वाराणसी में पारा 45 के पार तक चला जाता है|सबसे अच्छा समय अक्टूबर से ले के नवंबर तक किसी भी समय आ सकते है आप वाराणसी|

कैसे पहुंचे

काल भैरव मंदिर Banaras शहर के अन्य हिस्सों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है कोई भी टैक्सी, ऑटोरिक्शा, ओला, उबर के माध्यम से यहां पहुंच सकता है जो शहर के किसी भी हिस्से से आराम से मिल जाती है|

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