Top Ghats of Varanasi:-विश्व का सबसे प्राचीन शहर बनारस जिसको भवान शिव की नगरी भी कहा जाता है.बनारस अपने प्राचीन सभ्यता,मंदिर और गंगा घाट के लिए जाना जाता है.बनारस में 84 घाट है साथ ही और भी नए घाट बन रहे है.तो आज के इस आर्टिकल में जानेंगे बनारस के ऐसे घाट के बारे में जहाँ आपको जरुर से जाना चाहिए.
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Top Ghats of Varanasi:-Assi Ghat
बनारस के 84 घाटों में से एक बहुत ही खूबसूरत घाट है,अस्सी को काशी का पहला घाट भी कहा जाता है जहाँ से आप बैठ के गंगा जी को बहते हुए देख सकते है.यहाँ लोग धार्मिक कार्यों के लिए आते हैं, श्राद्ध करते हैं, स्नान करते हैं और गंगा आरती देखने के लिए आते हैं.अस्सी घाट की सुबह और शाम में बहुत अंतर है सुबह अलग वातावरण मिलेगा और शाम को अलग सुबह बिलकुल शांति रहती है और पर्यटक शांत बैठ के उगते हुए सूरज को देखते है.वही शाम में चहल पहल रहती है खाने पीने की दुकान लगी रहती है,लोगों का जमावड़ा रहता है और आरती का समय रहता है जिसका एक अलग माहौल बना रहता है.
Top Ghats of Varanasi:-Dashaswamedh Ghat
दशाश्वमेध घाट वाराणसी का प्रमुख घाट है जो की अपने गंगा आरती के लिए काफी प्रसिद्ध है.यहाँ हर रोज़ हज़ारों श्रद्धालु गंगा आरती देखने आते है.दशाश्वमेध घाट आरती के साथ साथ अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला और जटिल नक्काशी के लिए भी प्रसिद्ध है.घाट के किनारे कई बहुत ही प्राचीन मंदिर देखने को मिल जायेंगे जिसमे से एक है काशी विश्वनाथ मंदिर.
अगर दशाश्वमेध घाट के इतिहास के बारे में बात करे तो ऐसा कहा जाता है की इसकी रचना भगवान ब्रह्मा ने की थी,दशाश्वमेध” नाम का अर्थ है “दस घोड़ों का यज्ञ”, और ऐसा कहा जाता है कि प्राचीन काल में भगवान ब्रह्मा ने यहां घोड़े का यज्ञ किया था.ऐसा भी माना जाता है की भगवान शिव माता पार्वती के साथ इस घाट पर रहा करते थे और इसी घाट पर भगवान शिव ने स्नान भी किया है.
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Top Ghats of Varanasi:-Namo Ghat
बनारस में लगभग 84 घाट है लेकिन मुख्य रूप से पर्यटक ज्यादातर पर्यटक अस्सी घाट और दशाश्वमेध घाट ही जानते है और वही जाते है.बनारस में बढ़ते पर्यटक को देखते हुए सन 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट नमो घाट शुरू किया था.36 करोड़ के लागत से बने इस घाट का प्रधानमंत्री ने सन 2022 में उद्धघाटन किया था.यह बनारस का नया और बेहद ही खूबसूरत घाट है जहाँ से आपको माँ गंगा के अलग दर्शन प्राप्त होंगे.
Top Ghats of Varanasi:-Manikarnika Ghat
वाराणसी में मणिकर्णिका घाट, जिसे बर्निंग घाट के नाम से भी जाना जाता है, भारत के पवित्र शहर वाराणसी में सबसे पुराने और सबसे पवित्र घाटों में से एक है.ऐसा माना जाता है कि यह घाट वह स्थान है जहां देवी पार्वती ने गंगा के पवित्र जल में स्नान करते समय अपनी बालियां (मणिकर्णिका) गिरा दी थीं.यह घाट अपने दाह संस्कार समारोहों के लिए प्रसिद्ध है, जहां हिंदू अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार करने और मोक्ष, या जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्ति पाने के लिए आते हैं.
Top Ghats of Varanasi:-Panchganga Ghat
पंचगंगा घाट वाराणसी के सबसे खूबसूरत घाटों में से एक है ऐसा माना जाता है इस घाट का निर्माण महाभारत काल में ऋषियों द्वारा किया गया था.घाट पर सीढ़ियों की पंक्तियाँ नदी तक जाती हैं और श्रद्धालु इस घाट पे स्नान करके अपने पापों से मुक्ति पाने के लिए आते है.घाट के पास कई प्राचीन एतिहासिक इमारतें और मंदिर मिल जायेंगे जैसे आलमगीर मस्जिद और बिंदु माधव मंदिर ये दोनों यहीं पर स्थित है.यहाँ से गंगा जी काफी सुन्दर मनमोहक दिखाईं देती है.
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Top Ghats of Varanasi:-Harishchandra Ghat
वाराणसी में दाह संस्कार के लिए 2 घाट है एक है मणिकर्णिका घाट तो दूसरा है हरिश्चंद्र घाट.ऐसा माना जाता है यहीं पर कल्लू डोम ने राजा हरिशचंद्र को खरीदा था इसलिए इस घाट का नाम राजा हरिश्चन्द्र पड़ा और हरिश्चन्द्र ने सत्य के लिए यहीं पर अपना दाह संस्कार किया था.बनारस नरेश ने घाट के पास ही डोम राजा को बहुत ही भव्य भवन दिया था रहने के लिए जिसमे उनके वंशज अभी भी निवास करते है.