Varanasi

Assi Ghat Varanasi:पर्यटकों का पसंदीदा स्थान लेकिन ऐसा क्यों है?

Assi Ghat Varanasi:-बनारस जिसे हम घाटों मंदिरों का शहर बोलते है उसी घाट में से एक घाट है अस्सी घाट.जो कोई भी पर्यटक पहली बार अस्सी घाट पे आता है उसका वो पसंदीदा जगह बन जाती है बनारस की लेकिन ऐसा क्यों है?आज के इस आर्टिकल में जानेंगे अस्सी घाट के बारे में.

About Assi Ghat Varanasi

Assi Ghat Varanasi के 84 घाटों में से एक बहुत ही खूबसूरत घाट है,अस्सी को काशी का पहला घाट भी कहा जाता है जहाँ से आप बैठ के गंगा जी को बहते हुए देख सकते है.यहाँ लोग धार्मिक कार्यों के लिए आते हैं, श्राद्ध करते हैं, स्नान करते हैं और गंगा आरती देखने के लिए आते हैं.अस्सी घाट की सुबह और शाम में बहुत अंतर है सुबह अलग वातावरण मिलेगा और शाम को अलग सुबह बिलकुल शांति रहती है और पर्यटक शांत बैठ के उगते हुए सूरज को देखते है.वही शाम में चहल पहल रहती है खाने पीने की दुकान लगी रहती है,लोगों का जमावड़ा रहता है और आरती का समय रहता है जिसका एक अलग माहौल बना रहता है.

Assi Ghat के आस पास कौन-कौन से घाट है?

अस्सी घाट के बगल में ही नवीनतम घाट बना हुआ है जिसे सुबह-ऐ-बनारस घाट के नाम से भी जाना जाता है जहाँ पे आपको सुबह के समय लोग योग करते घूमते और पेंटिंग करते हुए नज़र आ जायेंगे.वही अस्सी के बगल में आपको तुलसी घाट भी देखने को मिल जायेगा.तुलसी घाट का नाम जो कि महान संत और कवि तुलसी दास जी के ऊपर रखा गया है जो की यहाँ एक गुफा में निवास करते थे और सन 1623 में इसी जगह पे इनकी मृत्यु हुई थी.तुलसी घाट पर भी कई पूजा के कार्य आपको देखने को मिल जायेंगे.

Assi Ghat Varanasi के पास और भी कई छोटे छोटे घाट है जहाँ से गंगा जी का अलग दृश्य दिखाई देता है आपको ऐसा प्रतीत होगा मानो गंगा जी अलग अलग घाट से अलग अलग दर्शन दे रही हो.

Assi Ghat पर क्या क्या कर सकते है?

Assi Ghat Varanasi पर आप नौका विहार का आनंद ले सकते है आप अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट जा सकते है या फिर नमो घाट भी जा सकते है.साथ ही साथ आप पैदल भी घूम सकते है अगल बगल के घाटों पे.इसके साथ ही अस्सी घाट पर गंगा आरती देख सकते है .साथ ही साथ यहाँ पे आप कई प्रकार की पूजा करवा सकते है और पितरों की शांति के लिए विशेष पूजा भी करवा सकते है

यहाँ पे अलग अलग खाने के स्टाल से लोकल बनारस का खाना खा सकते है और फिर नींबू की चाय भी पी सकते है.अस्सी घाट से थोड़ा बाहर निकल कर चलेंगे तो वहीं आपको पप्पू चाय वाले की दुकान भी मिल जायेगी जहां पर प्रधानमंत्री मोदी भी एक बार चाय पी चुके है.

Assi Ghat पर आरती का समय

अस्सी घाट पर आरती दिन में दो बार होती है एक बार सुबह के समय और एक बार शाम के समय.सुबह भोर में 5 से 5:30 के बीच होती है वहीं शाम में 7 से 7:30 के बीच आरती होती है.सुबह की आरती बिलकुल अलग होती है सुबह के समय उगता हुआ सूरज और फिर चिड़ियों की आवाज़ जो की आपको एक अलग आनंद प्रदान करेगी.वहीं शाम के समय चहल पहल और कई तरह की रोशनी लाइट एक तरह से देखा जाए तो सुबह और शाम की आरती में आपको अलग अलग अनुभव करने को मिलेगा.

कब जाए अस्सी घाट?

बनारस अस्सी घाट जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से ले के मार्च तक का है.इसके बाद गर्मी पड़ने रहती है और फिर गंगा जी में पानी भी ऊपर आ जाता है.पूरा घाट गंगा जी के पानी से डूब जाता है तो सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर मार्च तक का है.अगर आप अप्रैल से लेकर जून के बीच में आ रहे है तो सुबह 5 से 9 बजे तक घाट पे जा सकते है वहीं शाम में 6 बजे के बाद घाट पे जा सकते है.

Stay Near Assi Ghat

Assi Ghat Varanasi के पास आपको कई बजट होटल के साथ साथ प्रीमियम होटल भी मिल जायेंगे तो अपने बजट के हिसाब से होटल ले सकते है.

कैसे पहुंचे अस्सी घाट?

Assi Ghat Varanasi पहुंचने के लिए आपको वाराणसी के किसी भी कोने से ऑटो रिक्शा मिल जाएगी या फिर आप कैब भी बुक कर सकते है.

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